हजारो टुकड़े किये उसने मेरे दिल के मगर,
खुद ही रो पड़ी हर टुकड़े पर अपना नाम देखकर ..
दिल ने कहा तुम आज भी मेरे अपने हो....
फर्क बस इतना है कि अब मनाने नही आते..
तुम्हारे होगें चाहने वाले बहुत इस कायनात में,
मगर इस "पागल की तो कायनात ही तुम हो"..!!
चाहत का रिश्ता तेरा मेरा कुछ ऐसा है...गम है या ख़ुशी पहला नाम होठों पे तेरा है...!!
भर गया मन खुद ही की ज़िन्दगी से..ये उम्र ही कम पड़ गयी ..तुझे पाने के लिए...!!
कौन कहता है गुज़रा वक्त नही लौटता,
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एक अर्से पहले अजनबी थे हम, और आज एक दूजे से अन्जान हैं..!!
लिखी है ये ग़ज़ल सिर्फ़ तेरे लिए..
️ दीवाने बने भी तो सिर्फ़ तेरे
लिए...
️किसी को नही देखेंगी अब ये
आँखें..
️नज़रें तरसेंगी भी तो सिर्फ़ तेरे
लिए...
हर साँस में याद करेंगे तुझे..
️ये साँस निकलेगी भी तो सिर्फ़
तेरे लिए
हर प्यार से प्यारे लगते हो तुम
मुझे..
मैने प्यार सीखा भी तो सिर्फ़
तेरे लिए....!
मोहब्बत किसी से तब ही करना जब मोहब्बत को निभाना सीख लो,
मजबूरियों का सहारा लेकर छोड़ देना वफादारी नहीं होती..!!
* हर वक्त का हँसना तुम्हें बरबाद ना कर दे
तनहाई के लम्हों में कभी रो भी लिया करो
वाकिफ़ है वो मेरी कमज़ोरी से
वो रो देती है, और मैं हार जाता हूँ