मंजिल भी तेँरी थी,
और रास्ता भी तेँरा था,
एक तेँरा प्यार पा लु,
बस येँही सपना मेँरा था,
मेँरे साथ रहनेँ कि कसम भी तेँरी थी,
फिर अकेँला छोँड जानेँ का ख्याल भी तेँरा था,
हाथोँ मेँ हाथ लेँकर मुझेँ हँसानेँ कि सोँच भी तेँरी थी,
मेँरी आँखोँ मेँ आँसु देनेँ का सिलसिला भी तेँरा था,
मैँ क्युँ यहाँ तन्हा रह गया?
मेँरा दिल सवाल करतेँ हैँ...
किस्मत तोँ तेँरी थी...
पर क्युँ " काँटावाली " भी तेँरी थी?
काँटावाली बोँली :- उसेँ यार बनानेँ कि गलती भी तेरीँ थी,
उस पर यकीन करनेँ का ख्याल भी तेँरा था,
उसेँ क्या गम होँगा तेरेँ जीनेँ का?
सच्चा प्यार उसका नहीँ,
सच्चा प्यार तोँ सिर्फ तेँरा था..!!
हर ख्वाब को हम बुँन्तेँ गये,
बुँन्तेँ-बुँन्तेँ फलक मेँ पहुँच गये,
ஜ
टुटेँ जो ख्वाब मेरे तो इस कदर जमीँ आ गिरे,
ஜ
आखिरकार जब होँश आया हमेँ,
तो ख्वाब को भुला सपनेँ देखने लगे,
ஜ
बिन पर के आसमान मेँ उङनेँ लगे,
इतना दुर हो गये कि जब सपनेँ टुटे तो धरती पर ना पहुँच सके,
ஜ
फिरतेँ रहे हम अम्बर मेँ धुनडतेँ रहे
हम साथ अपनोँ के,
ஜ
कोई नहीँ हैँ साथ मेरा किस्से कहता तमन्ना अपने दिल की,
ஜ
सुबह होते ही चाँद तारे छौँड चले जाते हैँ,
ஜ
तो रोँज मेँ सुरज किरनेँ देना भुल जातेँ हैँ
ஜ
हर सपनेँ मेरे टुट गये ख्वाब को भुला दिया,
ஜ
ऐसा गिरे कि फिर ऊठ ना सके,
हो गये थे अपाहिज फिर चल ना सके,
ஜ
जब सपने मेरे टुटे, हर ख्वाब भुल गये!!
••" प्रेम कहानी "••
1 लङका और 1 लङकी दोनो दोस्त थे,
वो लङका हमेशा उसको SMS भेजता था,
वो लङका उस लङकी को अपनी Best-friend ही मानता था।
1 रात उस लङके ने उसको 1 SMS भेजा
लङकी ने देखा कि उसका SMS है
वो बीना SMS देखे ही सो गयी,
दुसरे दिन उस लङकी ने Call किया
फोन उसकी माँ ने उठाया ओर रोते हूए कहा:-
कल रात Accident हो गया और उसमे उस लङके की मौत हो गयी,
तब उस लङकी ने उसका कल रात भेजा हुआ SMS देखा,
जिसमे लिखा था,
"हे दोस्त"
प्लीज तुम अपने घर के सामने आ जाओ.
मेरा Accident हो गया है,
प्लीज Help Me I Need You...!
MORAL:- याद रखना दोस्ती को कभी मजाक मत समझना!!
•Touching-Story•
एक लङकी एक लङके से बहुत प्यार करती
थी !
•
लङकी ने लङके को शादी
के लिये Propose
किया !
•
लङके ने लङकी से कहा
कि 3 दिन मेरे बगैँर
रह लो !
•
बीना बात किये..
बिना देखे..
तो मै तुमसे शादी कर
लुगा,.!
•
लङकी मान जाती है ?
3 दिन बाद जब लङकी
आती है,
तो लङके की death हो
जाती है !
•
लङका लङकी के लिये 1 लेटर छोङ के
जाता है !
•
की जब 3 दिन मेरे बगैर
रह सकती हो,
तो पुरी जिन्दगी भी रह
लोगी,
•
मगर मै एक सैकेण्ड भी तुम्हारे बिना नही रह सकता..!
♣ प्यारी कहानी♣
एक 14 साल के लङके को 10 साल की लङकी का एक फोटो रास्ते मे मिला,
लङके को लङकी से प्यार हो गया,
उसका उस लङकी के लिए प्यार धिरे-धिरे बढने लगा,
वो उस लङकी से बहुत प्यार करने लगा,
लेकिन वो लङका उस लङकी को कभी नही ढुन्ङ सका,
कुछ सालो बाद उसकी शादी हो गयी,
1 दिन उसकी Wife ने वो फोटो देखी,
और पुछां:-
तुम्हे ये फोटो कहाँ से मिली?
लङके ने पुछा:- क्यूँ ?
लङकी ने कहा:- कि ये मेरी फोटो है जो खो गयी थी,
जब मै 10 साल की थी?
सच्चा प्यार कभी भी असफल नही होता है!
☀•Cute लव स्टोरी•☀
गर्ल :- ये क्या है..??
बॉय :- मै आपसे प्याल
कलता हुँ !
I Lub U....
गर्ल :- बेटा तुम अभी बहुत
छोटे हो....
बॉय :- छोता हुन तो त्या
हुआ...!
मै प्याल नहीं कल
सकता...!
गर्ल :- कल सकते हो पर अपनी age
वाली से करो...
मै तो तुमसे बहुत बड़ी हूँ..
बॉय :- सुनो डियल प्याल मे
छोथा बड़ा नहीं देखा
जाता समझे...
गर्ल :- मुझे पता है पर तुम अभी और
बढे हो जाओ...
बॉय :- त्यो?
मै छोटा हूँ तो त्या हुआ, तुम्हारा ख्याल रखूँगा.,
तुम्हे बहुत प्याल कालूंगा...!
गर्ल :- अच्छा तो तुम मुझे क्या
खिलाओगे..
कहा से पैसे लाओगे..
बॉय :- अले पगली पैसे की
चिन्ता त्यो कलती है..
पापा मुझे पोकेटमोनी देते
है ना...!!
गर्ल :- ओक तो तुम मुझे क्या
खिलाओगे कहा घुमाओगे..
बॉय :- माई तुमे इस क्रीम
खिलाउंगा..
फिलम दिखौंगा..
और जो तुम बोलो...
गर्ल :- मुझे गिफ्ट क्या दोगे..
बॉय :- खूब सरी दैयरी मिल्क
चॉक्लाते..!
गर्ल :- ओह so sweet...
बॉय :- ओक Ab ये Rose
Le Lo,
ओल मुझे भी
I Lub U बोलो...
गर्ल :- ओक...
Sweet Baby...!
I Love U....
बॉय :- I Lub U 2 ...!!
••" MY-VILLAGE "••
बडा भोला, बडा सादा, बडा सच्चा है,
तेरे शहर से तो मेरा गाँव अच्छा है,,
••
यहाँ मै मेरे बाप के नाम से जाना जाता हुँ,
और वहाँ मकान नम्बर से पहचाना जाता हुँ,,
••
यहाँ फटे-कपडो मेँ तन ताँका जाता हुँ,
वहाँ खुले बदन पर टैटु छापा जाता है,,
••
वहाँ कोठी है, बँगले है, और कार है,
यहाँ परिवार है और संस्कार है,,
••
वहाँ चीखोँ की आवाजे दीवारोँ से टकराती है,
यहाँ दुसरोँ की सिसकीयाँ भी सुनी जाती है,,
••
वहाँ शोर-शराबे मेँ कहीँ खो जाता हुँ,
यहाँ टुटी खटीयाँ पर भी आराम से सो जाता हुँ,,
••
यहाँ रात मेँ भी बाहर घुमने की आदत है,
मत समझे कम हमेँ की हम गाँव से आये है,,
••
तेरे शहर के बाजार मेरे गाँव ने ही सजाये है,
वहाँ इज्जत मेँ सर-सुरज की तरह चलते है,,
••
चल आज हम उसी गाँव मे चलते है,
उसी गाँव मेँ चलते है..!!
एक गुँडा शेविंग और हेयर कटिंग कराने के लिये सैलून
में गया.
नाई से बोला :- अगर मेरी शेविंग ठीक से,
मतलब बिना कटे छंटे की तो मुह माँगा दाम दूँगा !
अगर कहीं भी कट गया तो गर्दन उड़ा दूंगा !
नाई ने डर के मारे मना कर दिया..!
गुंडा शहर के दूसरे नाइयों के पास गया
और वही बात कही..!
लेकिन सभी नाईयो ने डर के मारे मना कर दिया..!
अंत में वो गुंडा एक गाँव के नाई के पास पहुँचा.
वह काफी कम उम्र का लड़का था.!.
उसने कहा :– “ठीक है,
बैठो मैं बनाता हूँ”.
उस लड़के ने काफी बढ़िया तरीके से गुंडे की शेविंग और हेयर कटिंग कर दी..!
गुंडे ने खुश होकर लड़के को दस हजार रूपये दिए.
और पूछा :– “तुझे अपनी जान जाने का डर नहीं
था क्या ?”
लड़के ने कहा :– “डर ?
डर कैसा...?
पहल तो मेरे हाथ में थी…!
गुंडे ने कहा :– “‘पहल तुम्हारे हाथ में थी’..
मैं मतलब नहीँ समझा ?
लड़के ने हँसते हुये कहा–: भाई साहब,
उस्तरा तो मेरे हाथ में था…
अगर आपको खरोंच भी लगती तो आपकी गर्दन तुरंत काट देता !!!
बेचारा गुंडा !
यह जवाब सुनकर पसीने से लथपथ हो गया।
Moral :-
यानि डर के आगे ही जीत है...!
सवाल कुछ भी हो...
जवाब तुम ही हो...
•
रास्ता कोई भी हो...
मन्जिल तुम ही हो...
•
दु:ख कितना भी हो...
खुशी तुम ही हो...
•
अरमान कितने भी हो...
आरजु तुम ही हो...
•
गुस्सा कितना भी हो...
प्यार तुम ही हो...
•
ख्वाब कोई भी हो...
उसमेँ तुम ही हो...
•
बस तुम ही हो....
अब मेँरी 'आशिँकी' तुम ही हो...!!
!" स्वभाव" क्या है "!
एक बार एक भला आदमी नदी किनारे
बैठा था।
तभी उसने देखा एक बिच्छू पानी में गिर
गया है।
भले आदमी ने जल्दी से बिच्छू को हाथ में
उठा लिया।
•
बिच्छू ने उस भले आदमी को डंक मार
दिया।
बेचारे भले आदमी का हाथ काँपा और बिच्छू पानी में
गिर गया।
भले आदमी ने बिच्छू को डूबने से बचाने के
लिए दुबारा उठा लिया।
बिच्छू ने दुबारा उस भले आदमी को डंक
मार दिया।
भले आदमी का हाथ दुबारा काँपा और बिच्छू
पानी में गिर
गया।
•
भले आदमी ने बिच्छू को डूबने से बचाने के
लिए एक बार फिर
उठा लिया।
वहाँ एक लड़का उस
आदमी का बार-बार बिच्छू
को पानी से निकालना और बार-बार
बिच्छू का डंक मारना देख रहा था।
•
उसने आदमी से कहा, "आपको यह बिच्छू
बार-बार डंक मार रहा है
फिर भी आप उसे डूबने से
क्यों बचाना चाहते हैं?"
•
भले आदमी ने कहा, "बात यह है
बेटा कि बिच्छू का स्वभाव है डंक
मारना और मेरा स्वभाव है बचाना।
•
जब बिच्छू एक कीड़ा होते हुए भी अपना
स्वभाव नहीं छोड़ता तो मैं मनुष्य होकर
अपना स्वभाव क्यों छोड़ूँ?"
•
मनुष्य को कभी भी अपना अच्छा स्वभाव
नहीं भूलना चाहिए।