सबूत गूनाहो के होते हैं, बेगुनाह मुहब्बत का क्या सबूत दू ?
वो मेरे दिल पर सिर रखकर सोई थी बेखबर; हमने धड़कन ही रोक ली कि कहीं उसकी नींद ना टूट जाए।
मत हो उदास इतना किसी के लिये.
ए दिल....
किसी के लिए जान भी दे देगा तो लोग कहेंगे इसकी उम्र ही इतनी थी..
लोग कहते हैं कि मोहब्बत एक बार होती है ,लेकिन मैं जब जब उसे देखता हु , मुझे बार बार होती है ..
सब छोड रहे हैं मुझे अपना बनाकर,
ऐ जिंदगी जा तुझे भी इजाजत है.
अपनी जिंदगी के अलग असूल है,यार की खातिर तो कांटे भी कबूल है..
इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग,दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग..
आग सूरज मैँ होती हैँ जलना जमीन को पडता हैँ,मोहब्बत निगाहेँ करती हैँ तडपना दिल को पडता हैँ.
सोचा था न करेंगे किसी से दोस्ती! न करेंगे किसी से वादा! पर क्या करे दोस्त मिला इतना प्यारा की करना पड़ा दोस्ती का वादा!