बड़ी तकलीफ़ देता है वो लम्हा जिँदगी का..•जब चाह कर भी हम किसी के हो नही सकते..
कहाँ से लाऊँ मैं,बता कहाँ बिकता है..]
वो नसीब जो उम्र भर के लिये तुझेमेरा कर दे...
देख के हाथो की लकीरें, नम आँखों से हँस देते हैं..]
इतनी तो लकीरें भी नहीं, जितने गम मिले मुझे...
जाओ ढ़ूँढ लेना हम से ज्यादा चाहने वाला....●मिल जाये तो खुश रहना, ना मिले तो हम फिर भी तेरे ही है...
गलती तेरी नहीं की तूने मुझे धोखा दिया,
गलती तो मेरी थी जो मैने तुझे मौका दिया.....!!
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वजह नफरतों की तलाशी जाती हैं
मोहब्बत तो बेवजह ही हो जाती हैं…
"तेरी मोहब्बत को कभी खेल नहीं समझा,,,, वरना खेल तो इतने खेले हैं की कभी हारे ही नहीं....,,,,
"आप जिस पर आंख बन्द कर के भरोसा करते है,
अक्सर वही आप की आंखे खोल जाता है"
पता नहीँ वो दिन कब आयेगा...जब PYARI_सी_आवाज आयेगी...आ भी जाइये... चाय_ठंडी हो रही है...
दिल बङा रखें..
दुनिया तो वैसे भी 'बहुत छोटी' है...!