दिल इश्क से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है, उम्मीदों से है घायल, उम्मीदों पर ही जिंदा है...!!!
मेरी इज्जत के लिए काफी है के मैं तेरा बंदा हूँ..I
और
मेरी फिक्र के लिए ये काफी है कि तू मेरा खुदा है..I
तू वैसा ही है जैसा मैं चाहता हूँ..I
बस.. मुझे वैसा बना दे जैसा तू चाहता है।
बस यही दो मसले, ज़िन्दगी भर ना हल हुए,
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए,
वक़्त ने कहा…..काश थोड़ा और सब्र होता,
सब्र ने कहा….काश थोड़ा और वक़्त होता !
पनाहो मे जो आया हो तो उस पर वार क्या करना,
जो दिल हारा हुआ हो उस पे फिर अधिकार क्या करना,
मोहब्बत का मजा तो डूबने की कशमकश मे है,
जो हो मालूम गहराई तो दरिया पार क्या करना"
"बेईज्जती हमेशा नाप तोल कर करना क्यूँकि.,
ये वो उधार है जिसे हर कोई ब्याज सहित चुकाने के लिए मोके की
तलाश में रहता है.."
Nice Relations are like a Ring..!
If we Wear it,
It'll hold our finger Tightly..!!
If we Remove it,
It'll surely make a mark and you'll
feel its Absence..!!!
~~~ ताश के पत्तों से कभी महल नहीं बनता;
नदी को रोक लेने से कभी समंदर नहीं बनता;
बढ़ते रहो ज़िंदगी में हर पल किसी नयी दिशा की ओर;
क्योंकि सिर्फ एक जंग जीतने से कोई सिकंदर नहीं बनता।~^~^~^~
"दर्द में भी जो हँसना चाहो, तो हँस पाओगे "
" टूटे फूलों को भी पानी में डालो,
तो उनमें भी महक पाओगे "
" ज़िंदगी किसी ठहराव में, कहीं रुकती नहीं "
" हिम्मत जो करोगे तो मंज़िल खुद-ब-खुद पा जाओगे।
<<< Snehan >>>
तजुर्बे ने शेरों को खामोश रहना सिखाया;
क्योंकि दहाड़ कर शिकार नहीं किया जाता;
कुत्ते भौंकते हैं अपने जिंदा होने का एहसास दिलाने के लिए;
मगऱ जंगल का सन्नाटा शेर की मौजूदगी बयाँ करता है।
टूटेंगे नहीं उम्मीद के तारे तब तलक
दुनिया में रहेंगे बेसहारे जब तलक
शाम बेचेहरा अक्स है इंतजारों का
रहेगा आईने-मुद्दत ये जाने कब तलक
तू फसाने को कागज पे लिखती तो है
मेरा किरदार नहीं लिखा तूने अब तलक
मेरी देहरी की सीढ़ी तेरे कदम चूमे
यही ख्वाहिश है जिस्मो-जां से लब तलक