माँ जब जगाती थी तो कभी लेट नहीं होते थे क्योंकि...
माँ के पास Snooze के बाद एक और Option होता था। पता क्या...
.
.
.
.
.
.
.
.
.
थप्पड़!
Smartphone में वो बात कहाँ!
दारू पीते समय जब दोस्त का पैग अपने से बड़ा होता है तब एहसास होता है कि देश से भ्रष्टाचार व बेईमानी का खात्मा कितना जरुरी है।
आज बैठा सोच रहा था कि दो चीज़ें बड़ी जल्दी हाथ से निकल जाती हैं,
समय और...
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
आम की गुठली!
भाषा का फर्क देखिये अगर पत्नी को हिंदी में कहो कि वह हत्यारिन लग रही है तो रात का ख़ाना नहीं मिलेगा,
लेकिन अगर आपने उर्दू में कहा कि कातिल लग रही है तो शाम की चाय पकोड़ों के साथ मिलेगी।
.
.
.
.
.
Try it...
विदेशों में जब कोई अस्पताल में अपने किसी दोस्त को देखने जाता है तो फूल देकर कहता है "Get Well Soon"!
हमारे देश में जब कोई ऐसे जाता है तो कहता है, "नर्स मस्त है भाई, आराम से पड़ा रह यहाँ"!
टीचर: "रामस्वरूप बीमार हुआ फलस्वररूप मर गया।" सब लोग इसका अंग्रेजी में अनुवाद करो।
पप्पू: टीचर, अगर 'रामस्वरूप' बीमार था तो 'फलस्वरूप' क्यों मरा?
टीचर: मूर्ख इसका मतलब है 'रामस्वरूप' बीमार हुआ 'परिणामस्वरुप' मर गया।
पप्पू: लो अब कोई तीसरा मर गया।
बहुत याद आ रही है उसकी सर्द रातों में;
पास होती तो...
.
.
.
.
.
.
.
.
.
मूंगफली ही छील देती।
दर्द का एहसास तो तब होता है,
जब WhatsApp पर किसी ने 100-150 MB की 15-20 वीडियो भेजी हों,
और डाउनलोड करने के बाद पता चले कि
.
.
.
.
.
.
.
.
.
सब देखी हुई है।
एक बार एक कम्पनी के बॉस ने पप्पू
का इंटरव्यूह
लिया
बॉस: चलो मुझे तुम्हारी अंग्रेजी चैक
करने दो
चलो GOOD का विलोम शब्द बताओ?
PAPPU: Bad.
BOSS: Come
PAPPU: Go.
BOSS:Ugly?
PAPPU: Pichhlli.
BOSS: Pichli?
PAPPU: UGLY.
BOSS: Shut Up !
PAPPU: Keep talking.
BOSS: Ok, now stop all this
PAPPU: Ok, now carry on all This.
BOSS:Abey, chup ho ja..chup ho ja..chup ho jaa.
PAPPU: Abey bolta ja..bolta ja..bolta ja.
BOSS: Arey, yaar.
PAPPU: Arey dushman.
BOSS: Get Out
PAPPU: Come In.
BOSS: Oh my God.
PAPPU: Oh, my devil.
BOSS: shhhhhhh..
PAPPU: Hurrrrrrrrrrrrrrr..
BOSS: mere bap chup hoja..
PAPPU: mere bete bolta reh..
BOSS: You are rejected
PAPPU: I am selected.
BOSS: प्रभु आपके चरण कहाँ है
PAPPU: वत्स कण कण मेँ मेरे चरण है.
सर्दियों में बिना नहाए हुए भी
एकदम बिल्कुल नहाए
जैसा लगना एक आर्ट है
और
मुझे इस आर्ट के लिए सरकार
जब चाहे सम्मानित कर सकती है
मुझे कोई एतराज नही
बशर्ते वो मुझे नहा धोकर
सम्मान ग्रहण करने के लिए फोर्स ना करे....