Dil ki bat shayad unse batana hi na aaya,
Shayad hame dosti nibhana hi na aaya,
Koi unse jake puchhe to sahi ki,
Wo khud hi ruthe hai ya hame manana hi na aaya.
Bhale Hi Kisi Gair Ki Jaagir Thi Wo
Par Mere Khwabon Ki Tasveer Thi Wo
Mujhe Milti To Kaise Milti
Kisi Aur Ke Hisse Ki Taqdeer Thi Wo…
Sapne sare tod kar baite hai,
Dil k arman chod kar baite hai,
Na ki kijiye hame wafa ki baite hujoor,
abhi tute dil k tukde jod kar baite hai.
दिन घुटे घुटे ,
शामें धुंआ धुंआ हो गया और रातें ,
इंतज़ार की तेरे दास्ताँ हो गया कहाँ से ढूंढ़कर लाउ सकुन दिल का अपने ज़िन्दगी जब दर्द की एक दास्ताँ हो गया
बेवफा बनकर कैसे जी लेते हैं लोग
हंसकरइस राज को जानने में ही हस्ती फन्ना हो गया मैं
कब तक भरम में रखूं खुद को
दुनिया कहने लगी की तू तो बेवफा हो गया
गम की परछाईयाँ यार की रुसवाईयाँ वाह रे मुहोब्बत तेरे ही दर्द और तेरी ही दवाईयां
जलते हुए दिल को और मत जलाना,
रोती हुई आँखों को और मत रुलाना,
आपकी जुदाई में हम पहले से मर चुके है,
मरे हुए इंसान को और मत मारना
बनाने वाले ने दिल काँच का बनाया होता.
तोड़ने वाले के हाथ मे जखम तो आया होता.
जब बी देखता वो अपने हाथों को,
उसे हमारा ख़याल तो आया होता
मैंने भी किसी से प्यार किया था,
उनकी रहो में इंतजार किया था,
हमें क्या पता वो भूल ज्यांगे हमें,
कसूर उनका नहीं मेरा ही था.
जो एक बेवफा से प्यार किया था
यादो में तेरी तन्हा बैठे हैं
तेरे बिना लबों की हसी गावा बैठे हैं
तेरी दुनिया में अंधेरा ना हो
इसलिए खुद का दिल जला बैठे हैं…