इश्क़ की किताब के कुछ पन्ने मेरे भी नाम कर देना,
इश्क़ के कुछ अल्फ़ाज़ मेरे भी नाम कर देना,
मेरी खामोश मुहब्बत की ही तरह सही,
इश्क़ के कुछ बेआवाज़ किस्से मेरे भी नाम कर देना।।
प्यार करना सीखा है,
नफरतों का कोई ठौर नहीं....!!
बस तू ही तू हैं दिल में,
दूसरा कोई और नहीं....!!
महोब्बत की शम्मा जला कर तो देखो,
जरा दिल की दुनियाँ सजा कर तो देखो,
तुम्हे हो ना जाऐ महोब्बत तो कहना,
जरा हमसे नजरें मिलाकर तो देखो...
Mujhko phir wahi suhana nazara mil gaya,
Nazron ko jo deedar tumhara mil gaya,
Aur kisi cheez ki tamanna kyun karu,
Jab mujhe teri baahon mein sahara mil gaya....
जिक्र करता है दिल सुबहा शाम तेरा...
गिरते है आसुँ बनता है नाम तेरा...
किसी और को क्यु देखे ये आँखे...
जब दिल पे लिखा है सिर्फ नाम तेरा...
Meri zindagi teri panaahon mein rahe,
mar bhi jaayen toh teri baahon mein rahen..
Tere labon pe rahe meri muskuraahat,
aur tere aansu meri nigaahon mein rahen ....!!
दिल की हर बात ज़माने को बता देते है
अपने हर राज़ से परदा उठा देते है
चाहने वाले हमे चाहे या ना चाहे
हम जिसे चाहते है उस पर ‘जान’ लूटा देते है. ..
मुझसे पूछा किसी ने दिल का मतलब
मैने हँस कह दिया ठिकाना तेरा.
जब पूछा सुहानी शाम किसे कहते हैं,
मैने इतरा के कह दिया चाहना तेरा.
उसने पूछा के बताओ ये क़यमत क्या है,
मैने घबरा क कह दिया रूठ जाना तेरा.
मौत कहते हैं किसे जब मुझसे पूछा,
मैं आँखें झुका कर कहा छोड़ जाना तेरा...
थोडा उत्सुक हूँ ,थोडा डर रहा हूँ ।
तेरे आने का इंतजार कर रहा हूँ ।
उछाल कर के सिक्का ख्वाबों का ।
मैं अपनी किस्मत को पढ रहा हूँ ।
Wade wafa kar k kyu mukar jate h log
Kisi ke dil ko kyu tadpaate hain log….
Agar dil lagakar nibha nahi sakte to fir
Kyu dil ko dil se itna lagaate hain log....