ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
किसी का नाम लूँ लब पे तुम्हारा नाम आए।
कुछ इस तरह से जिए ज़िन्दग़ी बसर न हुई
तुम्हारे बाद किसी रात की सहर न हुई
सहर नज़र से मिले ज़ुल्फ़ ले के शाम आए।
ख़ुद अपने घर में वो मेहमान बन के आए हैं
सितम तो देखिए अनजान बन के आए हैं
हमारे दिल की तड़प आज कुछ तो काम आए।
वही है साज़ वही गीत है वही मंज़र
हर एक चीज़ वही है नहीं है तुम वो मगर
उसी तरह से निग़ाहें उठें, सलाम आए।
आपकी आरज़ू मे हमने बहारो को देखा
तेरे ख्वाबो मे हमने सितारो को देखा
हमे आपका साथ एक पसंद आया
वरना इन निगाहो ने तो हज़ारो को देखा....
.....तेरे बिना हे जीना गवारा ,,
जीना बड़ा मुश्किल l
......इश्क ने तेरे रोज रुलाया ,,
है ये रजा मुश्किल ll
......इश्क इबादत सारी तकिदें ,,
लगने लगी बंजर l
......ख्वाब मेरे हे कितने अधूरे ,,
फिर भी मेरे हे सितम ll
Kuch pal hote hain kuch pal k liye
ji le inhe har pal k liye
Ye waqt to fissal jayega Reti ki trah
De jayega yaade umar bhar k liye.
Aankho Se Aankhe Char Krne Ko Jee Chahta H..
Tere Aankho Me Khone Ko Jee Chahta H..
Yun To Gahrai H Samundar Me Per..
Teri Aankho Me Dubne Ko Jee Chahta H..
Aap ke Hone se
Hamaari Khushi Judi Hui Hai,
. . .
Aap ki Aankho se
Hamaari Roshni Judi Hui Hai,
. . .
Mat Karna Dur
Apne HothoSe Ye Muskurahat,
. . .
Aap ki Iss Hansi se
Hamaari Zindagi Judi Hui Hai...!!
Chupa Loon Is Tarah Tujhe Apni Baahon Mein,
Ki Hawa Bhi Guzarne Kee Izazat Maange;
Ho Jaun Itna Madhosh Tere Pyaar Mein,
Ki Hosh Bhi Aane Kee Izazat Mange!
पहले भी तेरे सिवा कोई नही दिखता था...
आज भी तेरे सिवा कोई नही दिखता...
बहुत खूबसूरत शहर है ये जहाँ मै हूँ
मगर सुकून तेरे बिना कहीं नही मिलता...
sabse alag unka andaz hota h..
Har mausam me wo sath hota h..
Dosti ka rista hota hi aisa,
Jo gam aur khusi dono me sath hota h..
बिना प्यार किये कभी रिश्ते नही बनते
बिना सुन्दर लफ्जों के गीत नही बनते
तन वो ही सुन्दर, जिसमे है सुन्दर मन
मन से मन जब मिले नही दोस्त नही बनते...