जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ,
मेरी आंखें एक दस्तक दे देती है,
दुःख ये नहीं, वो दरवाजा बंद कर देते है,
खुशी ये है, वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं।
जादू है तेरी हर एक बात में,
याद बहुत आते हो दिन और रात में
कल जब देखा था मैने सपना रात में
तब भी आपका ही हाथ था मेरे हाथ में…
कैसे कहूं मैं तुम से, अपने इस दिल की बात,
हिम्म्म्मत तो की इतनी, लबों ने पर न दिया साथ.
अपनी यह चाहत ले कर, करूं मैं अब तुझसे क्या इजहार,
दिन तो कट जाते हैं कट ती नही यह रात.
चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो
सांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर जाते हो
कुछ यूँ चला है तेरे 'इश्क' का जादू
सोते जागते तुम ही तुम नज़र आते हो .
एक टूटे हुए दिल की आवाज़ मुझे कहिए
सुर जिसमें है सब गम के, वो साज़ मुझे कहिए
मैं कौन हूँ और क्या हूँ किसके लिए ज़िंदा हूँ
मैं खुद भी नही समझी वो राज़ मुझे कहिए.
Phir Aaj Koi Gazal Tere Naam Na Ho Jaye
Kahin Likhte Likhte Shaam Na Ho Jaye
Kar Rahe Hain Intezaar Teri Mohabbat Ka
Isi Intezaar Me Zindagi Tamam Na Ho Jaye.
Nigahen Fer Kar Jo Humse Dur Bethe Hain
Idhar Bhi Dekhiye Janab,
Hum Bekasoor Bethe Hain..!
Phir Se Mehsoos Huyi
Teri Kami Shiddat Se..!!
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Aaj Phir Dil Ko Manane
Me Bahut Der Lagi....!!!!
Teri Soorat Se Nahi Milti Kisi Ki Soorat..!!
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Hum Sare Jahan Me Teri Tasveer Liye Phirte Hai....!!!!
Hajaro Ki Bheed Me Us Najar Ki Taraf Mat Dekho,
Jo Aap Ko Dekhne Se Inkar Karti H.
Balki Hajaro Ki Bheed Me Us Najar Ko Dekho,
Jo Sirf Aur Sirf Aapka Intzar Karti Hai.